बिजली उपभोक्ताओं के लिए जरूरी खबर, अब मोबाइल पर दिखेगा यूज्ड यूनिट का डेटाpunjab news



बिजली उपभोक्ताओं के लिए जरूरी खबर, अब मोबाइल पर दिखेगा यूज्ड यूनिट का डेटा
  
 
जालंधरः पावरकॉम बिजली उपभोक्ताओं की सुविधाएं बढ़ाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रहा है। इस श्रृंखला के तहत पेपरलेस बिलिंग और स्मार्ट मीटर लगाने के काम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे जालंधर शहर (4 डिवीजन) के अधिकतम उपभोक्ताओं को जनवरी-फरवरी का बिल पेपरलेस तकनीक का उपयोग करके भेजा जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है ताकि पेपरलेस बिलिंग को 100 फीसदी सुनिश्चित किया जा सके। इसके लिए पावरकॉम द्वारा प्रतिदिन 500 से अधिक मीटर बदले जा रहे हैं और उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर लाए जा रहे हैं, ताकि जनवरी के अंत तक 90 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ताओं को नई व्यवस्था के तहत अपडेट किया जा सके।
 
इस मीटर की खास बात यह है कि इस मीटर का डेटा सेंटर पटियाला में बनाया गया है, जो मीटर पर चल रहे लोड और अन्य जानकारी ऑनलाइन देता रहता है। इससे किसी भी क्षेत्र में लो वोल्टेज जैसी समस्या होने पर विभाग को तुरंत पता चल जाएगा। इस व्यवस्था से उपभोक्ताओं को विभिन्न समस्याओं से राहत मिल सकेगी। वर्तमान में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिल रही है, लेकिन 300 यूनिट से अधिक उपयोग करने पर पूरा बिल चुकाना पड़ता है। खपत की जानकारी अपडेट नहीं होने से उपभोक्ताओं को 300 यूनिट से अधिक खपत की समस्या का सामना करना पड़ता है और पूरा बिल चुकाना पड़ता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्मार्ट मीटर सिस्टम से उपभोक्ता अपनी खपत के बारे में अपडेट रहेंगे और सिस्टम में यूनिट खपत सीमित रहेगी। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता अपनी खपत, बिजली बिल समेत कई जानकारी अपने मोबाइल पर प्राप्त कर सकेंगे। वहीं, पावरकॉम को बिल जनरेट करने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।

बिजली चोरी के मामलों में तुरंत लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर 

स्मार्ट मीटर सिस्टम के तहत पावरकॉम ने बिजली चोरी पर भी नकेल कसने की योजना बनाई है। उक्त मीटर लगते ही बिजली चोरी पकड़ी जाएगी। स्मार्ट मीटर व्यवस्था के तहत जहां भी बिजली चोरी पकड़ी जाती है, उस क्षेत्र में तत्काल प्रभाव से स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं।

मीटर से छेड़छाड़ होते ही पटियाला डाटा सेंटर को पता चल जाएगा
 
पावरकॉम पहले भी कई बार मीटर बदल चुका है, लेकिन बिजली चोरों ने विभाग के अत्याधुनिक मीटरों पर भी रिमोट लगा रखा था और जब चाहे मीटर बंद कर देते थे। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें मीटर से छेड़छाड़ कर उसे रिमोट डिवाइस से कनेक्ट कर दिया गया। इस नए स्मार्ट मीटर में यदि कोई उपभोक्ता बिजली चोरी करता है या किसी अन्य उद्देश्य से मीटर से छेड़छाड़ करता है तो इसकी जानकारी तुरंत पटियाला स्थित डेटा सेंटर में आ जाएगी।

गलत बिल बनने की संभावना खत्म हो जाएगी

इन नए मीटरों का डेटा संबंधित बिजली मीटर में भी मौजूद रहेगा, जिससे गलत बिल आने की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी। अगर बिजली बिल रीडर गलत बिल बनाता है तो इसकी जानकारी संबंधित उपमंडल को तुरंत हो जाएगी। इस संबंध में बिल बनाने वाली निजी कंपनी को सूचना दे दी गई है
 
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